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राज्य सरकार की शीतकालीन चारधाम यात्रा पहल की सराहना की

राज्य सरकार की शीतकालीन चारधाम यात्रा पहल की सराहना की

दिनांक/12/12/2024

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उत्तरकाशी। शीतकालीन चारधाम यात्रा को लेकर जिले में उत्साह का माहौल है। यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर समितियों व तीर्थ पुरोहितों के साथ ही होटल एशोसिएशन, टूर व ट्रेवल व्यवसायियों और यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न संगठनों व लोगों ने शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए समन्वित प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए इस दिशा में राज्य सरकार की पहल की व्यापक सराहना की है। जिला मुख्यालय पर आयोजित एक बैठक में तय किया शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार एवं प्रोत्साहन के लिए मंदिर समितियां, तीर्थ पुरोहित, होटल एसोशियेशन और अन्य संगठन अग्रणी भूमिका निभाने के साथ ही राज्य सरकार के प्रयासों को पूरा सहयोग व समर्थन प्रदान करेंगे। इसके लिए शीतकालीन गद्दी स्थल खरसाली एवं मुखवा में शीतकाल के दौरान विशेष धार्मिक आयोजन करने तथा युमना एवं गंगा जी की आरती का लाईव प्रसारण करने पर सहमति व्यक्त करने के साथ ही देश के प्रमुख शहरों के टूर ऑपरेटरों का सम्मेलन आयोजित करने का निश्चय किया गया।

कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने चारधाम यात्रा संचालन को लेकर शासन-प्रशासन की तैयारियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तरकाशी जिले में दो धाम-गंगोत्री व यमुनोत्री अवस्थित होने के कारण यात्रा की दृष्टि से इस क्षेत्र का विशेष महत्व है। राज्य सरकार ने इस बार से शीतकालीन चारधाम संचालित करने की महत्वपूर्ण पहल की है। इससे यात्रा व्यवस्था से जुड़े लोगों को वर्षभर रोजगार के अवसर प्रदान करने किए जा सकेंगे और इससे हमारी आर्थिकी को भी संबल मिलेगा। जिलाधिकारी ने इस प्रयास को फलीभूत करने के लिए तीर्थ पुरोहितों एवं मंदिर समितियों को आगे रहकर प्रयास करने का आग्रह करते हुए अन्य सभी हितबद्ध संगठनों व लोगों से भी सक्रिय सहयोग करने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि शीतकालीन यात्रा के संचालन के दौरान यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं सुगमता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा के साथ ही हर्षिल-धराली क्षेत्र और यमुना जी के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली के साथ ही जानकीचट्टी-रानाचट्टी क्षेत्र में शीतकालीन यात्रा को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।

बैठक में उपस्थित गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल, सचिव माधवानंद सेमवाल, पूर्व अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सुशील सेमवाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुनील प्रसाद उनियाल, उपाध्यक्ष संजीव उनियाल, प्रवक्ता पुरूषोत्तम उनियाल, सुरेश उनियाल सहित मंदिर समितियों के अन्य पदाधिकारियों एवं गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने शीतकालीन यात्रा प्रारंभ करने के सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि गंगा एवं यमुना जी के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा एवं खरसाली सहित इसके यात्रा मार्गों व पड़ावों पर यात्रियों के लिए पर्याप्त व उपयुक्त सुविधाएं विद्यमान हैं। शीतकाल में इन क्षेत्रों में योग, ध्यान एवं पूजा-अर्चना के लिए बेहतर माहौल उपलब्ध है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार शीतकालीन गद्दी स्थल के मंदिरों के दर्शन एवं पूजा-अर्चन का भी धामों की तरह विशेष महत्ता है। लिहाजा शीतकालीन यात्रा को बढावा दिया जाना सभी के लिए अत्यंत हितकर सिद्ध होगा। उन्होंने शीतकालीन गद्दी स्थलों के निकटवर्ती अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने सहित सड़कों को निरंतर खुला रखे जाने, पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने की जरूरत बताई। मंदिर समिति के पदाधिकारियों एवं तीर्थ पुरोहितों ने शीतकालीन पड़ावों पर आगामी महीनों के धार्मिक आयोजन करने का सुझाव देते हुए कहा कि वह अपने संपर्कों और संसाधनों के जरिए शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार का पूरा प्रयास करेंगे।

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